बनारस न्यूज डेस्क: भारत के उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन पदभार संभालने के बाद पहली बार वाराणसी दौरे पर आ रहे हैं। इस यात्रा को लेकर प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में है। उपराष्ट्रपति की सुरक्षा के लिए शहर को त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में तब्दील कर दिया गया है। सीआरपीएफ के 100 से ज्यादा कमांडो और 1500 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। रूफटॉप सिक्योरिटी, सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन के जरिए हर गतिविधि पर नजर रखी जाएगी। एयरपोर्ट से लेकर कार्यक्रम स्थल तक सुरक्षा के हर स्तर को अभेद बनाया गया है।
सीपी राधाकृष्णन 31 अक्टूबर को सिगरा में काशी नट्टुकोट्टई संस्था द्वारा निर्मित 10 मंजिली धर्मशाला का उद्घाटन करेंगे। 65 करोड़ की लागत से बनी यह पूर्वांचल की सबसे बड़ी धर्मशाला बताई जा रही है, जिसमें 135 एसी कमरे और 500 श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था है। कुछ वर्ष पहले योगी सरकार ने इस भूमि को भू-माफिया से मुक्त कराया था। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल होंगे।
बुधवार रात पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने जोनवार डीसीपी और वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिया कि संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त बल की तैनाती की जाए और प्रवेश व निकास बिंदुओं पर सघन जांच की व्यवस्था हो। ट्रैफिक डायवर्जन प्लान तैयार करने और लोगों की सुविधा के लिए वैकल्पिक मार्गों की जानकारी समय पर प्रसारित करने के आदेश भी दिए गए। होटल, लॉज और सार्वजनिक स्थलों की सघन चेकिंग की जा रही है, जबकि QRT टीमों को हर स्थिति में त्वरित कार्रवाई के लिए अलर्ट रखा गया है।
उपराष्ट्रपति को जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी गई है, जिसमें सीआरपीएफ के कमांडो बुलेटप्रूफ वाहनों के काफिले के साथ रहेंगे। आईटीबीपी की जगह अब सीआरपीएफ इस सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल रही है। कार्यक्रम स्थल पर हर दिशा से निगरानी सुनिश्चित की गई है, ताकि किसी भी स्थिति में सुरक्षा में सेंध न लग सके। वाराणसी प्रशासन पूरी चौकसी के साथ उपराष्ट्रपति के स्वागत की तैयारियों में जुटा हुआ है।